ख्वाहिशें
चाहतों का सैलाब दिल पर छाया है इस कदर ,कि जिंदगी अब नए ख्वाब संजोने नहीं देती।
मोहब्बत भी मेरी बड़ी अजीब है , तुम्हारा तो करती नहीं किसी और का भी मुझे होने नहीं देती।
नींद से भी मेरा वो रिश्ता न रहा ,कि कुछ मंजिलें हैं जो मुझे अब सोने नहीं देती।
पहले तो आ जाता था हर छोटी बात पर रोना, पर मेरी सहेलियां मुझे अब रोने नहीं देती।
मेरी मोहब्बत की कसम प्यार अब भी है बेशुमार, पर तेरी बेरुखी मुझे तेरे पास आने नहीं देती।
- Deepika
( Give a smile to everyone 😊)
मोहब्बत भी मेरी बड़ी अजीब है , तुम्हारा तो करती नहीं किसी और का भी मुझे होने नहीं देती।
नींद से भी मेरा वो रिश्ता न रहा ,कि कुछ मंजिलें हैं जो मुझे अब सोने नहीं देती।
पहले तो आ जाता था हर छोटी बात पर रोना, पर मेरी सहेलियां मुझे अब रोने नहीं देती।
मेरी मोहब्बत की कसम प्यार अब भी है बेशुमार, पर तेरी बेरुखी मुझे तेरे पास आने नहीं देती।
- Deepika
( Give a smile to everyone 😊)

Awesome 😍😍
ReplyDeleteThankyou 😊
Deleteअद्वितीय
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