कल्पवासी
कल्पवास
कल्पवास का अर्थ है संगम के तट पर निश्चित समय के लिए निवास बनाकर स्नान ध्यान करते हुए वेदों का ज्ञान अर्जित करना।
प्राचीन काल में जब तीर्थराज प्रयाग में ऋषि मुनि यहां तपस्या करते थे तब से ही उन्होंने गृहस्थियों के लिए यहां पर कल्पवास का नियम बनाया है।
कल्पवास की दिनचर्या
कल्पवास का अर्थ है संगम के तट पर निश्चित समय के लिए निवास बनाकर स्नान ध्यान करते हुए वेदों का ज्ञान अर्जित करना।
प्राचीन काल में जब तीर्थराज प्रयाग में ऋषि मुनि यहां तपस्या करते थे तब से ही उन्होंने गृहस्थियों के लिए यहां पर कल्पवास का नियम बनाया है।
कल्पवास की दिनचर्या
- शीतल मन के साथ प्रेम पूर्वक भक्ति भाव से रहते हुए अन्न का सेवन एक बार ही करना तथा शेष अन्न का दान करने के उपयोग में लाना।
- सुबह शाम दो बार गंगा स्नान कर गंगा जी की पूजा करना।
- अधिक से अधिक अपने सदगुरु, भगवान का ध्यान करना तथा माघ महात्म सुनना।
- पर्ण कुटी में निवास करना।

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